माटी के रंग छत्तीसगढ़ का विचार मंच

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शुक्रवार, 23 नवंबर 2018

मल्हार की नौका

ये दुनिया इक आग का दरिया
जीवन मल्हार की नौका है
मुसीबत उठी जैसे आग की लपटे
आत्मबल हमारी सेना है
उठो जागो और चलो अपने पथ पर
सत्य और विश्वास को किसने रोका है

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